धूप दीप नैवेद्य चढ़ावे। शंकर सम्मुख पाठ सुनावे॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
अस्तुति केहि विधि करैं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
एक कमल प्रभु राखेउ जोई। कमल नयन पूजन चहं सोई॥
O Superb Lord, consort of Parvati That you are most merciful . You mostly bless the poor and pious devotees. Your stunning variety is adorned with the moon on Your forehead and with your ears are earrings of snakes' hood.
It includes forty verses (chalisa), published from the Hindi language. The chalisa is structured in a very poetic format which is broadly recited by devotees as a means to shiv chalisa in hindi praise and find blessings from Lord Shiva.
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
चंदन मृगमद सोहै भाले शशिधारी ॥ ॐ जय शिव…॥
नमो नमो जय नमो शिवाय। सुर ब्रह्मादिक पार न पाय॥
जन्म जन्म के पाप नसावे। अन्तवास शिवपुर में पावे॥
अर्थ: माता मैनावंती की दुलारी अर्थात माता पार्वती जी आपके बांये अंग में हैं, उनकी छवि भी अलग से मन को हर्षित करती है, तात्पर्य है कि आपकी पत्नी के रुप में माता पार्वती more info भी पूजनीय हैं। आपके हाथों में त्रिशूल आपकी छवि को और भी shiv chalisa in hindi आकर्षक बनाता है। आपने हमेशा शत्रुओं का नाश किया है।
नन्दि गणेश सोहै तहँ कैसे। सागर मध्य कमल हैं जैसे॥
कहैं अयोध्यादास आस तुम्हारी। जानि सकल दुःख हरहु हमारी॥
शिव आरती